चिराग पासवान और सीटों का गणित: NDA में बढ़ी हलचल, विधानसभा चुनाव में दिखी नई रणनीति



चिराग पासवान और सीटों का गणित: NDA में बढ़ी हलचल, विधानसभा चुनाव में दिखी नई रणनीति

पटना: बिहार की राजनीति में इस समय सबसे ज्यादा चर्चा का विषय चिराग पासवान (Chirag Paswan) और उनकी सीटों की मांग है।
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) – LJP (RV) ने लोकसभा चुनाव 2024 में जबरदस्त प्रदर्शन किया। पार्टी ने 5 सीटों पर चुनाव लड़ा और सभी 5 सीटों पर जीत हासिल की
इस 100% प्रदर्शन के दम पर अब चिराग पासवान बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में अधिक सीटों की मांग कर रहे हैं।


लोकसभा चुनाव में LJP (RV) का 100% प्रदर्शन

  • 2024 लोकसभा चुनाव में LJP (Ram Vilas) ने NDA के साथ मिलकर 5 सीटों पर चुनाव लड़ा।

  • सभी 5 सीटों पर जीत दर्ज कर चिराग पासवान ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया।

  • इस प्रदर्शन से पार्टी ने साबित कर दिया कि वे बिहार की राजनीति में अब सिर्फ "छोटी पार्टी" नहीं रहे।

👉 यही वजह है कि अब विधानसभा चुनाव के लिए वे अधिक सीटों की मांग कर रहे हैं।


विधानसभा चुनाव में सीटों की बढ़ी मांग

चिराग पासवान का कहना है कि जब उनकी पार्टी ने 100% performance in Lok Sabha elections दिया है, तो विधानसभा चुनाव में भी उनकी हिस्सेदारी बढ़नी चाहिए।
उनकी मांग ने NDA seat sharing formula in Bihar Assembly Elections 2025 को लेकर चर्चा को तेज कर दिया है।

  • JDU और BJP पहले से ही सीट बंटवारे के लिए रणनीति बना रहे हैं।

  • अब LJP (RV) की बढ़ी मांग से seat sharing negotiations in Bihar NDA और जटिल हो सकती हैं।


क्या NDA में बढ़ेगा तनाव?

चिराग पासवान की सीटों की मांग से गठबंधन की राजनीति पर असर साफ दिख रहा है।

  • BJP को उनकी ताकत का अंदाजा है, क्योंकि लोकसभा में LJP (RV) ने उन्हें फायदा पहुँचाया।

  • लेकिन JDU चाहती है कि गठबंधन में उनका वर्चस्व बना रहे।

  • ऐसे में सीटों को लेकर NDA में खींचतान की स्थिति बन सकती है।

👉 विश्लेषकों का मानना है कि अगर NDA ने सही संतुलन नहीं साधा, तो चुनावी समीकरण बिगड़ सकते हैं।


बिहार की राजनीति में चिराग की भूमिका

लोकसभा चुनाव के बाद से ही चिराग पासवान को emerging leader in Bihar politics माना जा रहा है।
वे खुद को youth icon in Bihar politics के तौर पर पेश कर रहे हैं।
उनकी रणनीति साफ है:

  • लोकसभा की तरह विधानसभा में भी पार्टी को निर्णायक स्थिति में लाना।

  • NDA के भीतर अपनी पार्टी की bargaining power बढ़ाना।

  • युवा वोटर्स को जोड़कर बिहार की राजनीति में नई पहचान बनाना।


नतीजा क्या निकल सकता है?

चिराग पासवान की यह मांग बिहार NDA में power equation in Bihar NDA को बदल सकती है।
अगर उन्हें अधिक सीटें मिलती हैं, तो यह उनकी पार्टी के लिए ऐतिहासिक होगा।

लेकिन अगर मांगें पूरी नहीं होतीं, तो NDA में तनाव और भी बढ़ सकता है। 



Post a Comment

Previous Post Next Post