Sunday, 22 June 2025

बिहार बीपीएससी विशेष शिक्षक भर्ती 2025: 7279 पदों पर बंपर भर्ती, अधिसूचना जारी


 


रमेश कुमार, पटना।

बिहार बीपीएससी विशेष शिक्षक भर्ती 2025: 7279 पदों पर बंपर भर्ती, अधिसूचना जारी

बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने शिक्षा विभाग, बिहार सरकार के अंतर्गत विशेष विद्यालयों में विशेष शिक्षा शिक्षकों की भर्ती के लिए विस्तृत अधिसूचना जारी कर दी है। यह भर्ती वर्ष 2025 के लिए की जा रही है, जिसके तहत कुल 7279 रिक्त पदों को भरा जाएगा। यह बिहार के उन युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है जो शिक्षा के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं और विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की सेवा करना चाहते हैं।

इस भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से प्राथमिक (वर्ग 1-5) और माध्यमिक (वर्ग 9-10) स्तर के विशेष विद्यालयों के लिए शिक्षकों का चयन किया जाएगा। बीपीएससी द्वारा जारी विस्तृत विज्ञापन में ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया, महत्वपूर्ण तिथियां, पात्रता मानदंड, चयन प्रक्रिया, पाठ्यक्रम और अन्य आवश्यक जानकारी विस्तार से दी गई है। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार आयोग की आधिकारिक वेबसाइट (www.bpsc.bih.nic.in) पर जाकर अधिसूचना डाउनलोड कर सकते हैं और ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

भर्ती का विस्तृत विवरण:

बिहार बीपीएससी विशेष शिक्षक भर्ती 2025 के तहत विभिन्न विषयों और श्रेणियों के शिक्षकों के लिए कुल 7279 पदों पर भर्ती की जाएगी। पदों का विस्तृत वर्गीकरण इस प्रकार है:

  • प्राथमिक स्तर (वर्ग 1-5): विभिन्न विषयों के शिक्षकों के लिए पदों की संख्या का विवरण अधिसूचना में उपलब्ध है।
  • माध्यमिक स्तर (वर्ग 9-10): विभिन्न विषयों जैसे हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान आदि के शिक्षकों के लिए पदों की संख्या का विवरण अधिसूचना में दिया गया है।

उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक अधिसूचना को ध्यानपूर्वक पढ़ें ताकि उन्हें अपनी योग्यता और रुचि के अनुसार पदों की संख्या और आरक्षण संबंधी विवरण की पूरी जानकारी मिल सके।

महत्वपूर्ण तिथियां:

बीपीएससी द्वारा जारी अधिसूचना में ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया और अन्य महत्वपूर्ण तिथियों का उल्लेख किया गया है। उम्मीदवारों को इन तिथियों का ध्यान रखना चाहिए और समय सीमा के भीतर आवेदन प्रक्रिया पूरी करनी चाहिए। संभावित महत्वपूर्ण तिथियां इस प्रकार हैं (आधिकारिक अधिसूचना में पुष्टि करें):

  • ऑनलाइन आवेदन की प्रारंभिक तिथि: [आधिकारिक अधिसूचना में देखें]
  • ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि: [आधिकारिक अधिसूचना में देखें]
  • आवेदन शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि: [आधिकारिक अधिसूचना में देखें]
  • लिखित परीक्षा की संभावित तिथि: [आधिकारिक अधिसूचना में देखें]
  • परिणाम घोषित होने की संभावित तिथि: [आधिकारिक अधिसूचना में देखें]

उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे नवीनतम अपडेट के लिए बीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट को नियमित रूप से देखते रहें।

पात्रता मानदंड:

बिहार बीपीएससी विशेष शिक्षक भर्ती 2025 के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को आयोग द्वारा निर्धारित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा। ये मानदंड शैक्षणिक योग्यता, आयु सीमा और अन्य विशिष्ट आवश्यकताओं पर आधारित होंगे।

  • शैक्षणिक योग्यता:

    • प्राथमिक स्तर (वर्ग 1-5): उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए और प्रारंभिक शिक्षा में डिप्लोमा (डीएलएड) या समकक्ष योग्यता होनी चाहिए। इसके साथ ही, उन्हें बिहार शिक्षक पात्रता परीक्षा (बीटीईटी) या केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) का प्राथमिक स्तर का पेपर उत्तीर्ण होना आवश्यक है। विशेष शिक्षा में डिप्लोमा/डिग्री रखने वाले उम्मीदवारों को वरीयता दी जा सकती है।
    • माध्यमिक स्तर (वर्ग 9-10): उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से संबंधित विषय में स्नातक की डिग्री और शिक्षा में स्नातक (बीएड) की डिग्री होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त, उन्हें बिहार शिक्षक पात्रता परीक्षा (बीटीईटी) या केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) का माध्यमिक स्तर का पेपर उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। विशेष शिक्षा में बीएड या समकक्ष योग्यता रखने वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाएगी।
  • आयु सीमा: उम्मीदवारों की न्यूनतम और अधिकतम आयु सीमा आयोग द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार होगी। आयु सीमा में छूट सरकारी नियमों के अनुसार विभिन्न आरक्षित श्रेणियों के उम्मीदवारों को प्रदान की जाएगी। विस्तृत जानकारी के लिए आधिकारिक अधिसूचना देखें।

  • अन्य आवश्यकताएं: उम्मीदवारों को बिहार राज्य का स्थायी निवासी होना अनिवार्य हो सकता है। इसके अलावा, उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए। अन्य विशिष्ट योग्यताओं और शर्तों के लिए आधिकारिक अधिसूचना का अवलोकन करें।

चयन प्रक्रिया:

बिहार बीपीएससी विशेष शिक्षक भर्ती 2025 के तहत उम्मीदवारों का चयन मुख्य रूप से लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाएगा। आयोग आवश्यकतानुसार साक्षात्कार या अन्य चयन पद्धतियों को भी अपना सकता है। चयन प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण शामिल हो सकते हैं:

  1. लिखित परीक्षा: यह परीक्षा वस्तुनिष्ठ प्रकार की होगी और इसमें बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। परीक्षा में संबंधित विषय, सामान्य ज्ञान, शिक्षाशास्त्र और अन्य प्रासंगिक विषयों से प्रश्न शामिल हो सकते हैं। प्राथमिक और माध्यमिक स्तर की परीक्षाओं का पाठ्यक्रम अलग-अलग होगा, जिसकी विस्तृत जानकारी अधिसूचना में उपलब्ध है।

  2. दस्तावेज सत्यापन: लिखित परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को दस्तावेज सत्यापन के लिए बुलाया जाएगा। इस चरण में उम्मीदवारों को अपने सभी आवश्यक प्रमाण पत्र और दस्तावेज मूल रूप में प्रस्तुत करने होंगे। दस्तावेजों की जांच के बाद पात्र उम्मीदवारों को अगले चरण के लिए विचार किया जाएगा।

  3. साक्षात्कार (यदि लागू हो): आयोग यदि आवश्यक समझे तो उम्मीदवारों का साक्षात्कार भी आयोजित कर सकता है। साक्षात्कार में उम्मीदवारों के ज्ञान, व्यक्तित्व और शिक्षण क्षमता का आकलन किया जाएगा।

  4. मेरिट सूची: अंतिम चयन लिखित परीक्षा और साक्षात्कार (यदि आयोजित हो) में प्राप्त अंकों के आधार पर तैयार की गई मेरिट सूची के अनुसार किया जाएगा।

उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी तैयारी लिखित परीक्षा के पाठ्यक्रम के अनुसार करें और सभी चरणों में सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करें।

आवेदन प्रक्रिया:

बिहार बीपीएससी विशेष शिक्षक भर्ती 2025 के लिए इच्छुक और योग्य उम्मीदवारों को ऑनलाइन माध्यम से आवेदन करना होगा। आवेदन प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में पूरी की जाएगी:

  1. बीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले, बिहार लोक सेवा आयोग की आधिकारिक वेबसाइट (www.bpsc.bih.nic.in) पर जाएं।

  2. भर्ती अधिसूचना देखें: वेबसाइट पर "भर्ती" या "Recruitment" सेक्शन में जाएं और बिहार बीपीएससी विशेष शिक्षक भर्ती 2025 से संबंधित अधिसूचना खोजें।

  3. अधिसूचना डाउनलोड करें और पढ़ें: अधिसूचना को ध्यानपूर्वक डाउनलोड करें और उसमें दी गई सभी जानकारियों, निर्देशों और पात्रता मानदंडों को अच्छी तरह से समझ लें।

  4. ऑनलाइन आवेदन लिंक पर क्लिक करें: अधिसूचना में दिए गए ऑनलाइन आवेदन के लिंक पर क्लिक करें।

  5. पंजीकरण करें: यदि आप नए उपयोगकर्ता हैं, तो आपको पहले अपना पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण के लिए आवश्यक जानकारी जैसे नाम, जन्मतिथि, ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर दर्ज करें।

  6. आवेदन पत्र भरें: पंजीकरण के बाद, आपको ऑनलाइन आवेदन पत्र भरना होगा। इसमें अपनी व्यक्तिगत जानकारी, शैक्षणिक योग्यता, अनुभव और अन्य आवश्यक विवरण सही-सही भरें।

  7. दस्तावेज अपलोड करें: आवेदन पत्र में मांगे गए सभी आवश्यक दस्तावेज जैसे फोटोग्राफ, हस्ताक्षर, शैक्षणिक प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) और अन्य संबंधित दस्तावेजों की स्कैन की हुई प्रतियां अपलोड करें। सुनिश्चित करें कि दस्तावेज निर्धारित प्रारूप और आकार में हों।

  8. आवेदन शुल्क का भुगतान करें: आवेदन शुल्क का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से करें। शुल्क की राशि और भुगतान के तरीके के बारे में विस्तृत जानकारी अधिसूचना में दी गई होगी।

  9. आवेदन पत्र जमा करें: सभी जानकारी भरने और शुल्क का भुगतान करने के बाद, आवेदन पत्र को ध्यानपूर्वक जांच लें और फिर सबमिट बटन पर क्लिक करके जमा कर दें।

  10. आवेदन पत्र का प्रिंटआउट लें: आवेदन पत्र सफलतापूर्वक जमा करने के बाद, उसका एक प्रिंटआउट अवश्य लें और इसे भविष्य के संदर्भ के लिए सुरक्षित रखें।

उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अंतिम तिथि से पहले अपना आवेदन जमा कर दें और आवेदन प्रक्रिया के दौरान किसी भी तकनीकी समस्या से बचने के लिए पर्याप्त समय रखें।

तैयारी के लिए महत्वपूर्ण सुझाव:

बिहार बीपीएससी विशेष शिक्षक भर्ती 2025 की लिखित परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों को एक सुनियोजित रणनीति के तहत तैयारी करनी चाहिए। कुछ महत्वपूर्ण सुझाव इस प्रकार हैं:

  • पाठ्यक्रम को समझें: सबसे पहले, आधिकारिक अधिसूचना में दिए गए प्राथमिक और माध्यमिक स्तर की परीक्षाओं के पाठ्यक्रम को अच्छी तरह से समझ लें।

  • अध्ययन सामग्री जुटाएं: पाठ्यक्रम के अनुसार आवश्यक अध्ययन सामग्री, जैसे पाठ्यपुस्तकें, नोट्स और पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र एकत्र करें।

  • नियमित अध्ययन करें: अपनी पढ़ाई के लिए एक समय सारणी बनाएं और नियमित रूप से उसका पालन करें। प्रत्येक विषय को पर्याप्त समय दें।

  • पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें: पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करने से आपको परीक्षा के प्रारूप, प्रश्नों के प्रकार और कठिनाई स्तर का अंदाजा लगेगा।

  • मॉक टेस्ट दें: नियमित रूप से मॉक टेस्ट देने से आप अपनी तैयारी का आकलन कर सकते हैं और अपनी कमजोरियों को पहचान सकते हैं।

  • समूह अध्ययन करें: यदि संभव हो तो, अन्य उम्मीदवारों के साथ मिलकर समूह अध्ययन करें। इससे आपको विभिन्न दृष्टिकोणों को समझने और अपनी शंकाओं को दूर करने में मदद मिलेगी।

  • स्वस्थ रहें: अपनी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें। पर्याप्त नींद लें, पौष्टिक भोजन करें और नियमित रूप से व्यायाम करें।

यह भर्ती बिहार के विशेष विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने में सहायक होगी। इच्छुक उम्मीदवार इस अवसर का लाभ उठाएं और पूरी लगन के साथ अपनी तैयारी में जुट जाएं।

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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का भव्य आयोजन: नानंद के उच्च विद्यालय में छात्रों ने किया सामूहिक योगाभ्यास

योग दिवस पर नालंदा के नानंद गाँव में छात्रों ने किया योगाभ्यास, शारीरिक शिक्षक मनोज राय ने बताया महत्व



नालंदा, बिहार: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर, नालंदा जिले के नानंद गाँव स्थित उच्च विद्यालय में छात्रों और शिक्षकों ने बड़े उत्साह के साथ योगाभ्यास किया। इस कार्यक्रम का आयोजन विद्यालय के शारीरिक शिक्षक मनोज राय की देखरेख में किया गया, जिन्होंने छात्रों को योग के विभिन्न आसनों और उनके स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानकारी दी।




सुबह के समय विद्यालय परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। मनोज राय ने सूर्य नमस्कार, प्राणायाम, और कई अन्य योगासनों का अभ्यास कराया, जिसका छात्रों ने लगन से अनुसरण किया। उन्होंने छात्रों को योग के सही तरीके और उसके दौरान ध्यान रखने योग्य बातों के बारे में विस्तार से समझाया।





इस अवसर पर, शारीरिक शिक्षक मनोज राय ने योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, "योग केवल व्यायाम नहीं है, बल्कि यह एक जीवन शैली है जो हमें शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखती है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में, जहाँ तनाव और बीमारियाँ आम हो गई हैं, योग हमें शांति और शक्ति प्रदान करता है। यह हमारे मन को शांत करता है, एकाग्रता बढ़ाता है, और हमें सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है। मैं सभी छात्रों से आग्रह करता हूँ कि वे योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएँ और इसके अनमोल लाभों को प्राप्त करें।"



विद्यालय प्रशासन ने भी इस पहल की सराहना की और कहा कि इस तरह के आयोजन छात्रों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे। नानंद गाँव के लिए यह एक महत्वपूर्ण आयोजन रहा, जिसने समुदाय में स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति जागरूकता बढ़ाई।

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बिहार में बाढ़ का तांडव: हिलसा में दशकों पुरानी भूल का खामियाजा भुगत रहे लोग, सात इंजीनियर निलंबित



पटना, बिहार। मॉनसून की पहली फुहार के साथ ही बिहार में बाढ़ ने अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है, खासकर नालंदा जिले के हिलसा अनुमंडल में स्थिति गंभीर बनी हुई है। यहां के निवासियों को दशकों पुरानी एक इंजीनियरिंग चूक का भारी खामियाजा भुगतना पड़ रहा है, जिसने क्षेत्र को दोहरी चुनौती, कहीं बाढ़ तो कहीं सूखे की विडंबना में उलझा दिया है।


दशकों पुरानी 'भूल' का दर्द:

जानकारी के अनुसार, 1962 में मुहाने नदी के मुख को बंद करने का फैसला, जो फल्गु नदी के प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए लिया गया था, अब पश्चिमी हिलसा के लिए हर साल की बर्बादी का सबब बन गया है। फल्गु का अतिरिक्त पानी यहीं जमा होकर तबाही मचा रहा है। वहीं, इसी अनुमंडल का पूर्वी हिस्सा पानी की कमी से जूझ रहा है, जहां किसानों को सिंचाई के लिए तरसना पड़ता है। जल संसाधन विशेषज्ञ डॉ. अशोक कुमार का मत है कि मुहाने नदी का मुख खोलना एक स्थायी समाधान हो सकता है, जिससे पानी का उचित बँटवारा होगा और दोनों समस्याओं से निजात मिल सकेगी।


ताजा हालात और प्रशासनिक कार्रवाई:

ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोकाईन नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि से एकंगरसराय प्रखंड के केशोपुर, मंडाछ और बेलदारी बिगहा सहित हिलसा के धुरी बिगहा में कई तटबंध टूट गए हैं। इन इलाकों में रिहाइशी क्षेत्रों तक में पानी घुस गया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त है। नालंदा और जहानाबाद जिलों में कुल मिलाकर छह स्थानों पर बांध क्षतिग्रस्त हुए हैं।

इस गंभीर लापरवाही को देखते हुए, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, एकंगरसराय के कार्यपालक अभियंता सहित सात इंजीनियरों को निलंबित कर दिया है। उन्होंने सभी प्रमुख बांधों और तटबंधों की 24 घंटे निगरानी के आदेश दिए हैं। एनडीआरएफ (NDRF) और आपदा प्रबंधन की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और नावों के माध्यम से राहत सामग्री वितरित की जा रही है।

नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार ने भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया है और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। हालांकि, ग्रामीणों का मानना है कि राहत और मरम्मत कार्यों की गति अभी भी धीमी है।

अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्र:

सिर्फ हिलसा ही नहीं, बल्कि गंगा, कोसी, गंडक, पुनपुन, बूढी गंडक, बागमती और फल्गु जैसी बिहार की कई अन्य नदियों का जलस्तर भी नेपाल और झारखंड में हुई भारी बारिश के कारण तेजी से बढ़ रहा है। जहानाबाद में भूतही नदी और नालंदा में लोकाइन नदी में भी "फ्लैश फ्लड" के कारण जमींदारी और लघु बांध क्षतिग्रस्त हुए हैं।

यह देखना होगा कि सरकार इस दशकों पुरानी समस्या का स्थायी समाधान कब तक निकाल पाती है, ताकि हिलसा के लोग बाढ़ और सूखे के इस दोहरे अभिशाप से मुक्ति पा सकें।

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