Bihar Janaki Temple Redevelopment
पुनौराधाम मां जानकी मंदिर विकास योजना बिहार सरकार की एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्त्वपूर्ण पहल है, जिसके अंतर्गत माता जानकी (सीता) की जन्मस्थली पुनौराधाम को भव्य मंदिर परिसर के रूप में विकसित किया जाएगा। यह परियोजना Punaura Dham ₹882 crore project के रूप में स्वीकृत की गई है, जिसका उद्देश्य धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करना और बिहार की सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित करना है।
परियोजना का उद्देश्य
जानकी जन्म स्थल बिहार सुधार योजना के तहत इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि माता सीता की जन्मस्थली को "आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन केंद्र" के रूप में पुनःस्थापित किया जाए। यह स्थान पहले से ही श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है, लेकिन अब इसे आधुनिक सुविधाओं और संरचनात्मक सौंदर्य के साथ नया रूप दिया जा रहा है।
मुख्य विशेषताएं
आधुनिक वास्तुशिल्प: इस मंदिर को Ayodhya model Janaki temple Sitamarhi के रूप में डिज़ाइन किया जा रहा है। इसका निर्माण अयोध्या राम मंदिर के डिज़ाइनर द्वारा किया जाएगा जो कि इस परियोजना को एक वैश्विक धार्मिक धरोहर में तब्दील करेगा।
भव्य मंदिर परिसर: पुनौराधाम में बनने वाले इस मंदिर परिसर में जानकी मंदिर के साथ-साथ ध्यान केंद्र, संस्कृतिक मंच, यज्ञशाला, श्रद्धालुओं के लिए रुकने की व्यवस्था, पार्किंग और सोलर लाइट जैसी आधुनिक सुविधाएँ होंगी।
भू-अधिग्रहण और विस्तार: परियोजना के तहत मंदिर क्षेत्र के विस्तार हेतु 50 एकड़ से अधिक भूमि का अधिग्रहण किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं के लिए एक विशाल और सुव्यवस्थित परिसर निर्मित किया जा सके।
आर्थिक प्रावधान
इस परियोजना के लिए कुल ₹882.87 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। इसमें:
₹137 करोड़ जानकी मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए,
₹728 करोड़ मंदिर परिसर और पर्यटन अवसंरचना के विकास में,
और ₹16.6 करोड़ अगामी दस वर्षों के रख-रखाव हेतु आरक्षित किए गए हैं।
निर्माण मॉडल
निर्माण कार्य को EPC (Engineering, Procurement, Construction) मॉडल पर किया जाएगा। इसके तहत एक ही एजेंसी डिज़ाइन, निर्माण और आपूर्ति की ज़िम्मेदारी लेगी जिससे समय और गुणवत्ता दोनों सुनिश्चित होंगे।
धर्म और पर्यटन का संगम
यह योजना न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्त्वपूर्ण है बल्कि यह पर्यटन को भी एक नई ऊंचाई देगी। चूँकि यह स्थान रामायण सर्किट बिहार Janaki Mandir का एक अनिवार्य हिस्सा बनने जा रहा है, इसलिए देश-विदेश से श्रद्धालुओं और पर्यटकों का आना-जाना बढ़ेगा। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलेगा।
निष्कर्ष
Bihar Janaki Temple Redevelopment भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक चेतना को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। पुनौराधाम मां जानकी मंदिर विकास योजना से जुड़े यह प्रयास न केवल जानकी जन्मभूमि को अयोध्या के समकक्ष स्थापित करेंगे, बल्कि Punaura Dham ₹882 crore project के माध्यम से बिहार को धार्मिक पर्यटन का एक वैश्विक केंद्र भी बनाएँगे।
इस तरह की योजनाएँ जानकी जन्म स्थल बिहार सुधार योजना के तहत आने वाले भविष्य में रामायण से जुड़े अन्य स्थलों को भी विकसित करने की प्रेरणा देंगी और Ayodhya model Janaki temple Sitamarhi को एक आदर्श मंदिर मॉडल बनाएँगी। यही नहीं, यह परियोजना रामायण सर्किट बिहार Janaki Mandir को सशक्त करते हुए भारत की सांस्कृतिक अस्मिता को संजोने का कार्य करेगी।
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